Breaking News :

क्रिकेट के ये 6 वर्ल्ड रिकॉर्ड्स जिन्हें तोड़ना लगभग नामुमकिन


नई दिल्ली। क्रिकेट की दुनिया में ऐसे 6 वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं, जिन्हें तोड़ना नामुमकिन के बराबर है। क्रिकेट इतिहास में कई ऐसे महान बल्लेबाज और गेंदबाज आए, जिन्होंने अपने कमाल से इस खेल का मजा दोगुना कर दिया। इन महान बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने ऐसे बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए, जिन्हें तोड़ने का अभी तक सिर्फ सपना ही देखा जा रहा है। आइए एक नजर डालते हैं क्रिकेट की दुनिया के 6 ऐसे वर्ल्ड रिकॉर्ड पर, जिन्हें तोड़ना नामुमकिन के बराबर है। 


1. सचिन तेंदुलकर के 100 इंटरनेशनल शतक


भारत के महान बल्लेबाजों में शुमार रहे सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है। सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान 100 शतक लगाए हैं। इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना नामुमकिन के बराबर है। हालांकि टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक जड़ चुके हैं। लेकिन 33 साल के विराट कोहली के लिए 100 इंटरनेशनल शतक का रिकॉर्ड तोड़ना नामुमकिन के बराबर होगा। सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान वनडे में 15,921 रन और टेस्ट में 18,426 रन बनाए हैं। सभी प्रारूपों को मिलाकर सचिन तेंदुलकर के नाम कुल 100 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। सचिन तेंदुलकर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में सभी प्रारूपों को मिलाकर कुल 201 विकेट हासिल किए थे।


2. सर डॉन ब्रेडमैन का टेस्ट मैचों में 99.94 का औसत


क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाज ऑस्ट्रेलिया के डोनाल्ड ब्रेडमैन ने अपने जीवन में सिर्फ 52 टेस्ट मैच ही खेले हैं। लेकिन, उनकी बल्लेबाजी की दुनिया आज भी कायल है। क्रिकेट जगत में उनसे बेहतरीन बल्लेबाज आजतक पैदा नहीं हुआ। डोनाल्ड ब्रेडमैन ने अपने करियर में टेस्ट 6996 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका बल्लेबाजी औसत 99.94 का रहा है, जो क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा है। इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना वर्तमान समय के किसी भी बल्लेबाज के बस की बात नहीं है। यही नहीं टेस्ट में सबसे ज्यादा 12 दोहरे शतक भी सर डॉन ब्रेडमैन के ही नाम पर हैं। यही नहीं उनके नाम एक ही टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने का भी रिकॉर्ड है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 5028 रन बनाए हैं।


3. ब्रायन लारा के टेस्ट मैच में 400 रन


वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा को क्रिकेट इतिहास के विस्फोटक बल्लेबाजों में गिना जाता है। जब तक वो क्रीज पर होते तब तक स्कोर बोर्ड लगातार चलता ही रहता था। ब्रायन लारा ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में नाबाद 400 रन बनाए थे। इंटरनेशनल क्रिकेट में आज तक कोई भी बल्लेबाज टेस्ट मैच में ब्रायन लारा के इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है। और भविष्य में भी इस रिकॉर्ड के टूटने के कोई आसार नहीं दिख रहे। इतना ही नहीं ब्रायन लारा ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में नाबाद 501 रन भी बनाए हैं। जो इस फॉर्मेट में किसी भी खिलाड़ी के द्वारा बनाए गए सबसे ज्यादा रन हैं।


4. मुथैया मुरलीधरन के 1300 इंटरनेशनल विकेट


श्रीलंका के दिग्गज ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 1300 विकेट झटके हैं। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ पाना किसी भी गेंदबाज के लिए नामुमकिन है। मुथैया मुरलीधरन ने अपने करियर में 133 टेस्ट, 350 वनडे और 12 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और इन सभी में कुल मिलाकर 1347 विकेट लिए हैं। जो क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। मुथैया मुरलीधरन ने टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट अपने नाम किए हैं। उनके इस वर्ल्ड रिकॉर्ड के पास भी पहुंचना किसी भी खिलाड़ी के बस की बात नहीं है।


5. रोहित शर्मा की एक वनडे मैच में 264 रनों की पारी 


भारतीय सलामी बल्लेबाज और दुनिया के सबसे अच्छे हिटर के रूप में प्रसिद्ध रोहित शर्मा के नाम एक वनडे इंटरनेशनल मैच में 264 रनों की पारी खेलने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। जो किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। यही नहीं रोहित शर्मा ने वनडे इंटरनेशनल में 3 बार दोहरे शतक लगाए हैं। रोहित शर्मा के इस बड़े वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ना भी नामुमकिन के बराबर है। रोहित शर्मा ने एक वर्ल्डकप में सबसे ज्यादा (5) शतक जड़े हैं। जो किसी एक विश्व कप में किसी बल्लेबाज द्वारा लगाए गए सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड है।


6. एबी डिविलियर्स का 31 गेंदों में वनडे शतक


साल 2015 में जोहानिसबर्ग में वेस्टइंडीज के खिलाफ एबी डिविलियर्स ने सिर्फ 31 गेंदों में शतक बनाया था। उस मैच में एबी डिविलियर्स ने सिर्फ 44 गेंदों में 149 रन बनाए थे। उन्होंने अपनी पारी में 16 छक्के और 9 चौके जड़े थे। उनकी इस दिलकश पारी की वजह से दक्षिण अफ्रीका ने वेस्टइंडीज को 148 रनों से हरा दिया था। एबी डिविलियर्स के 31 गेंदों में लगाए गए वनडे शतक के रिकॉर्ड को तोड़ना अभी भी किसी भी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं है।