Breaking News :

आई फ्लू के मरीज भूलकर भी ये 4 गलतियां ना करें, वरना आंखों की रोशनी जा सकती है

Conjunctivitis: मानसून का मौसम कई लोगों का मनपसंदीदा मौसम होता है. क्योंकि यह मौसम भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप से राहत दिलाने का काम करता है. मानसूनी बारिश के कारण गर्मी से राहत तो मिल जाती है, लेकिन कई बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है.इस बार मानसून के दौरान हुई भारी बारिश ने आंखों की एक खतरनाक बीमारी को हवा देने का काम किया और वह बीमारी कंजक्टिवाइटिस है, जिसे ‘आई फ्लू’ या ‘पिंक आई’ भी कहा जाता है. यह बीमारी आंखों को बुरी तरह प्रभावित करती है.

कंजक्टिवाइटिस में आंखों का सफेद हिस्सा पूरी तरह से लाल हो जाता है और उसमें सूजन पैदा हो जाती है. आंखों से पानी निकलने लगता है और आंखों की पुतली को इधर-उधर करने में दिक्कत होती है. कंजक्टिवाइटिस में आंखों से सफेद चिपचिपा पदार्थ भी निकलता है. वैसे तो आमतौर पर ये अपने आप ठीक हो जाता है. हालांकि कई बार लोग कुछ ऐसी गलतियां कर जाते हैं, जिसकी वजह से ये समस्या आंखों के लिए बड़ी एक बड़ी परेशानी बन जाती है. आइए जानते हैं कि आई फ्लू से पीड़ित लोगों को कौन-कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.आई फ्लू के मरीज न करें ये गलतियां

1. कॉन्टेक्ट लेंस: अगर आपको कंजक्टिवाइटिस यानी आई फ्लू है तो आप इस दौरान कॉन्टेक्ट लेंस लगाने से हमेशा बचें. क्योंकि इससे आंखों में गंभीर इन्फेक्शन फैल सकता है और आंखों की रोशनी को प्रभावित कर सकता है.

2. स्टेरॉयड ड्रॉप्स: आई फ्लू के कई मरीज बिना डॉक्टर से सलाह लिए स्टेरॉयड ड्रॉप्स या कोई दवा अपनी आंखों में डाल देते हैं, जिसकी वजह से उनकी तकलीफ और बढ़ जाती है. स्टेरॉयड ड्रॉप्स या किसी और दवा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

3. एंटीबायोटिक ड्रॉप्स: अगर आप एंटीबायोटिक ड्रॉप्स का इस्तेमाल यह सोचकर करते हैं कि यह आई फ्लू को जल्द से जल्द ठीक कर देगा तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. एंटीबायोटिक ड्रॉप्स को डॉक्टर इसलिए सजेस्ट करते हैं, ताकि आंखों में आई फ्लू के अलावा कोई दूसरा इन्फेक्शन न हो.

4. वायरल नुस्खे: आई फ्लू को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के नुस्खे बताए जा रहे हैं और कुछ लोग भी ऐसे हैं, जो इनका बिना कुछ सोचे-समझे इस्तेमाल कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर बताया गया नुस्खा फेक भी हो सकता है. अगर आप इन नुस्खों का इस्तेमाल करते हैं तो इससे आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित हो सकती है.