Breaking News :

छत्तीसगढ़ के आर्थिक गतिविधियों में इजाफा हुआ : सीएम भूपेश बघेल


कांकेर। आज सुबह कांकेर सर्किट हाउस में सीएम भूपेश बघेल ने अफसरों की समीक्षा बैठक ली. मुख्यमंत्री ने कहा कि वनवासियों को जंगल में रहने पर सजा का अहसास ना हो बल्कि उन्हें सभी सुविधाएँ नियमों के दायरे में ही मिले। आदिवासी संस्कृति वनों का नुक़सान करने की नहीं है, बल्कि आदिवासी वनों के संरक्षक हैं। - प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि बस्तर संभाग की 12 विधानसभा में भेंट-मुलाक़ात पूरी हुई है।



- बस्तर की अपनी अलग पहचान है। भौगोलिक से लेकर वनोपज और पर्यटन से लेकर नक्सल तक की बात होती है। 3.5 साल में बस्तर और कांकेर में परिवर्तन दिख रहा है। -पिछले साढ़े तीन सालों में जो परिवर्तन हुए हैं, वो सबको दिख रहे हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी जिलों ने काम किया है। - आदिवासियों की आय के साधन बढ़े हैं। हर विधानसभा में बैंक की माँग आ रही है। आर्थिक गतिविधियों में इज़ाफ़ा हुआ है। मोटरसाइकल, कार, ट्रेक्टर के शो रूम बढ़े हैं।


- अभी तक कहीं जाति निवास प्रमाण पत्र की कोई शिकायत नहीं मिली। सरगुजा से बस्तर तक कोई शिकायत नहीं मिली है। जल्द से जल्द लोगों का काम करें तो दुआएं मिलेंगी। - उन्होंने पुलिस के अधिकारियों से कहा कि पुलिस लोगों का विश्वास जीतने के लिए काम करें। - बस्तर बदल रहा है। आप लोंगों ने काम किया। आप सभी ने काम किया तो अब सबके चेहरे पर संतुष्टि और मुस्कुराहट है। कहीं तनाव नहीं दिख रहा, आदिवासी से लेकर व्यापारी तक सभी तनाव मुक्त हैं। - पर्यटन के लिए टाटामारी, लिमदरहा केंद्र खुल गया है। कांकेर के कुछ एरिया में पहुँच मार्ग बन रहा है। कोदो, कुटकी, रागी भी कांकेर की पहचान बन रही है। इनको बढ़ावा देना है, वैल्यू एडिशन करना है। - रेली ककून और मिलेट मिशन के नाम से कांकेर जाना जाने लगा है।