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पूजा करते समय आप कहीं ये गलती तो नहीं कर रहे, जाने


हर इंसान कष्टों से मुक्ति, मन के दुख कम करने और जीवन में सुख की प्राप्ति करने के लिए अपने इष्ट देवी-देवताओं की उपासना करता है. पौराणिक समय से ऐसा कहा जाता है कि शुद्ध और पावन हृदय से की गई भगवान की उपासना कभी व्यर्थ नहीं जाती है. जब कोई व्यक्ति मन से भगवान को याद करता है तो वो उसे फल की प्राप्ति अवश्य करवाते हैं. पूजा तो हर कोई करता है, लेकिन इससे जुड़े नियमों के बारे में कुछ ही लोगों को पता होता है. हिंदू शास्त्रों में पूजा करने के दौरान कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य माना गया है. ऐसी मान्यता है कि अगर पूजा करते समय नियमों की अनदेखी की जाए, तो जीवन में सकारात्मक फल की प्राप्ति नहीं होती है. आइए जानते हैं पंडित इंद्रमणि घनस्याल से पूजा-पाठ के 5 नियमों के बारे में, जिसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए. 1. आसन है अनिवार्य किसी भी देवी-देवता या भगवान का पूजन करने से पहले स्नान किया जाता है. स्नान के पश्चात शांत मन से भगवान के सामने आसन पर बैठा जाता है. कुछ लोग पूजा करते समय जमीन पर ही बैठ जाते हैं. पूजा करते समय कभी भी जमीन पर नहीं बैठना चाहिए. जिस तरह से आपने भगवान को बैठने के लिए आसन दिया, ठीक उसी प्रकार स्वयं भी आसन पर ही बैठें. शास्त्रों में कंबल और कुश के आसन को पूजा के लिए शुद्ध माना गया है.


2. सर्वप्रथम गणेश की आराधना आप चाहें किसी भी देवी-देवता का पूजन कर रहे हों, लेकिन सर्वप्रथम हमेशा भगवान गणेश को ही प्रणाम किया जाता है. किसी भी हवन या शुभ कार्य की शुरुआत भी भगवान गणेश को प्रणाम करके ही की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान गणेश को प्रणाम किए बिना पूजा करने से उसके फल की प्राप्ति नहीं होती है. 3. धूप का करें इस्तेमाल आजकल ज्यादातर घरों में अगरबत्ती का इस्तेमाल किया जाता है. परन्तु कभी भी पूजा करते वक्त अगरबत्ती का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगरबत्ती में बांस की डंडी का इस्तेमाल किया जाता है. हिंदू शास्त्रों में पूजा में बांस का इस्तेमाल वर्जित माना गया है, इसलिए हमेशा पूजा में धूप का इस्तेमाल करना चाहिए. 4. दीपक जलाना है अनिवार्य कुछ लोग पूजा करते समय सिर्फ धूप जलाते हैं, लेकिन ये गलत है. किसी भी देवी-देवता की पूजा करने से पहले दीपक जलाना अनिवार्य माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि दीपक हमारे द्वारा चढ़ाए गए प्रसाद, धूप और अन्य कार्यों का साक्षी होता है. अगर आप पूजा करने से पहले दीपक नहीं जलाते हैं तो भगवान तक आपकी प्रार्थना नहीं पहुंचती हैं. 5. शंख बजाएं पूजा करने के बाद शंख या घंटी को बजाना महत्वपूर्ण माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि शंख बजाने से मन और घर स्वच्छ होते हैं. पूजा के आखिर में शंख बजाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा बाहर जाती है.