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8वीं बार चुनावी मैदान में बृजमोहन अग्रवाल, लगातार 7 बार रह चुके विधायक

रायपुर. 7 बार के विधायक रहे बृजमोहन अग्रवाल को भाजपा ने 8वीं बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. रायपुर दक्षिण से पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को टिकट दिया गया है. बृजमोहन अग्रवाल का जन्म रायपुर के प्रतिष्ठित व्यवसायी, रामसागर पारा निवासी रामजीलाल के घर 01 मई 1959 को हुआ. सामाजिक एवं राजनैतिक कार्यों में अग्रणी अपने परिवार का प्रभाव बृजमोहन अग्रवाल पर बचपन से ही पड़ा. जनसेवा की भावना हमेशा उनके मन में रही है. यही उनकी एक बड़ी पहचान और जीत की बड़ी वजह भी है.

राजनीतिक सफर

बृजमोहन अग्रवाल का बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव रहा. उन्होंने एमकाम, एमए, एलएलबी की पढ़ाई की है. छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में रहकर छात्रहित में संघर्षरत रहे. वे रायपुर के दुर्गा महाविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष, रविशंकर विश्वविद्यालय छात्रसंघ के प्रतिनिधि, विवि छात्रसंघ के सलाहकार व कल्याण महाविद्यालय भिलाई के अध्यक्ष रहे. छात्र नेताओं में अग्रणी रहने वाले बृजमोहन अग्रवाल ने अटल बिहारी बाजपेयी के सिद्धांतों से प्रभावित होकर सन् 1978 में स्वर्गीया राजमाता विजयाराजे सिंधिया से भाजपा की सक्रीय सदस्यता ग्रहण की और राजनीति में कूद पड़े. इनकी सक्रियता एवं कार्यशैली को देखते हुए मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने इन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया. वे भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री व राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे.

भाजपा ने बृजमोहन अग्रवाल को वर्ष 1990 में रायपुर नगर क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया और उन्होंने जीत हासिल की. उत्कृष्ठ कार्य क्षमता के चलते मध्यप्रदेश के तात्कालीन मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा ने अपने मंत्री मंडल में उन्हें शामिल कर स्थानीय शासन एवं नगरीय कल्याण राज्य मंत्री बनाया. इसके बाद अग्रवाल को विज्ञान, टेक्नालाॅजी एवं पर्यटन विभागों का राज्य मंत्री बनाकर स्वतंत्र प्रभार सौंपा.

बृजमोहन अग्रवाल को पुनः 1993 एवं 1998 में भाजपा ने अपना प्रत्याशी बनाया और विजय के अंतर में इजाफा कर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को परास्त किया. अग्रवाल अविभाजित मप्र में भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक रहे हैं. मध्यप्रदेश विधानसभा ने भी अग्रवाल की कार्यक्षमता, संसदीय ज्ञान, व्यवहार, जन समस्याओं को लेकर सदन में सक्रियता के कारण उन्हें 1997 में उत्कृष्ट विधायक घोषित किया. छत्तीसगढ़ विधानसभा में लोक लेखा समिति, कार्यमंत्रणा समिति व विशेषाधिकार समिति के सदस्य रहे हैं. केंद्रीय खेल एवं युवा मंत्रालय ने उन्हें अफ्रो एशियन खेल आयोजन समिति का सदस्य नियुक्त किया.

वे नेहरू युवा केंन्द्र के छत्तीसगढ़ प्रदेश के अध्यक्ष रहे हैं.वर्ष 2003 में अग्रवाल को चौथी बार भारतीय जनता पार्टी ने रायपुर नगर से अपना प्रत्याशी बनाया और वे भारी मतों से विजयी हुए. उनकी प्रशासनिक क्षमता को देखते हुए 12 दिसम्बर 2003 को डाॅ. रमन मंत्रिमंडल में अग्रवाल को मंत्री गृह, जेल, श्रम, संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व बनाए गए. इसके बाद उन्हें महत्वपूर्ण विभाग राजस्व एवं पुनर्वास, विधि एवं विधायी, संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री बनाए गए. वर्ष 2006 में अतिरिक्त प्रभार वन, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री बनाए गए.