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छत्तीसगढ़ के कोयला कारोबारियों पर छापा,कोल डिपो पर गड़बड़ी का मामला

छत्तीसगढ़ में चार विभागों की संयुक्त टीम ने कोयला कारोबार से जुड़ी कंपनियों के ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और जांजगीर-चांपा जिले की कोलवाशरी और कोल डिपो पर अफसरों का दल एक साथ पहुंचा। वहां कारोबार से जुड़े दस्तावेजों की जांच हो रही है।


अधिकारियों ने बताया, कोलवाशिरयों और कोल डीपो में कोयले के स्टॉक में गड़बड़ी सहित अन्य शिकायतें मिल रही थी। इनकी जांच के लिए खनिज, राजस्व, राज्य GST और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाई गई। इस टीम में चारों विभागों के 50 अधिकारी शामिल किए गए। इन्हें 10 टीमों में बांटकर बिलासपुर, कोरबा, रायगढ़ एवं जांजगीर-चांपा जिलों में जांच शुरू की गई।


संयुक्त टीम ने बुधवार को बिलासपुर जिले के गतौरा एवं हिंडाडीह स्थित हिन्द एनर्जी, हिन्द मल्टी, क्लीन कोल वाशरियों, गतौरी स्थित सत्या पावर कोलवाशरी, फील वाशरी, जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा स्थित क्लीन कोल इंटरप्राइजेज, हिन्द एनर्जी एण्ड कोल बेनिफिकेशन, रायगढ़ जिले की कोल वाशरियों, कोल डिपो, कोरबा जिले में कोल वाशरी दीपका, गेवरा, चाकाबुर्रा, रैकी, रतीजा, मारुति, इंडस उद्योग एंड प्राइवेट लिमिटेड, कोठरी में दबिश दी।


पावर प्लांट में भी दबिश हुई


कोरबा जिले में पावर प्लांट चकाबूरा 2x135, 2x30, रतीजा पावर 50x2, मारुति 300 मेगावाट, रेकी पावर 63 मेगावाट में जांच टीम पहुंची। यहां अधिक मात्रा में कोल स्टॉक, पर्यावरण नियमों का उल्लंघन, भूमि संबंधी दस्तावेजों में कमियां, वेवब्रिज के कैलीब्रेशन में अंतर तथा अन्य कमियों की सघन जांच-पड़ताल की कार्रवाई की गई।


कोयला स्टॉक में गड़बड़ी की जांच हो रही है


अधिकारियों ने बताया, कोल वॉशरी और कोल डीपो में कोयला स्टॉक में गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। इसके अलावा कर चोरी, राजस्व विवाद और पर्यावरण नियमों के उल्लंघन के शिकायतों की जांच भी इस कार्रवाई का हिस्सा है। बताया जा रहा है कि दस्तावेजों और स्टॉक की जांच कुछ दिन तक जारी रहेगी।