आबकारी विभाग ने 400 लीटर महुआ शराब के साथ 2600 किलो महुआ लाहान किया जब्त
पीएम मोदी दीक्षांत समारोह में क्या 10 बड़ी बाते कहीं, जानने के लिए देेखें पूरी खबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं. पीएम मोदी ने शनिवार को गांधीनगर में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के भवन को राष्ट्र को समर्पित किया. इसके बाद पीएम मोदी ने पहले दीक्षांत समारोह में भाषण दिया. इस मौके पर उनके साथ गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेलके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे.
1 आज के दिन ही नमक सत्याग्रह के लिए गुजरात से दांडी यात्रा की शुरुआत हुई थी. अंग्रेजों के अन्याय के खिलाफ महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में जो आंदोलन चला, उसने अंग्रेजी हुकूमत को हम भारतीयों के सामूहिक सामर्थ्य का एहसास करा दिया था.
2 आजादी के बाद देश के सुरक्षा तंत्र में सुधार की जरूरत थी. वर्दीधारी कर्मियों से सावधान रहने की धारणा विकसित हो गई. लेकिन अब यह बदल गया है. अब जब लोग वर्दीधारी कर्मियों को देखते हैं तो उन्हें मदद का आश्वासन मिलता है.
3 भारत में ऐसी मैन पावर को सुरक्षा के क्षेत्र में लाना जरूरी है, जो सामान्य मानवी के मन में मित्रता की, विश्वास की अनुभूति कर सके.
4 रक्षा के क्षेत्र में 21वीं सदी को जो चुनौतियां हैं. उनके अनुकूल हमारी व्यवस्था भी विकसित हो और उन व्यवस्थाओं को संभालने वाले व्यक्तित्व का विकास हो. इसके लिए इस विश्वविद्यालय का जन्म हुआ है.
5 स्ट्रेस फ्री एक्टिविटी की ट्रेनिंग आज सुरक्षा क्षेत्र के लिए आवश्यक है. इसके लिए ट्रेनर्स की आवश्यकता है. ऐसे में राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी इस प्रकार के ट्रेनर भी तैयार कर सकती है.
6 गांधीनगर शिक्षा की दृष्टि से एक बहुत बड़ा वाइब्रेंट एरिया बना है. यहां दो यूनिवर्सिटी ऐसी हैं जो पूरे विश्व में पहली यूनिवर्सिटी है. फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी पूरी दुनिया में कहीं पर नहीं है. पूरी दुनिया में कहीं पर भी चिल्ड्रेन यूनिवर्सिटी नहीं है. गांधीनगर और हिंदुस्तान अकेला ऐसा है जिसके पास से दो यूनिवर्सिटी है.
7 रक्षा विश्वविद्यालय के माध्यम से हम उस प्रकार से लोगों को तैयार करना चाहते हैं, जो कम संसाधनों में भी चीजों को संभालने का सामर्थ्य रखें. देश की रक्षा के लिए डेडिकेटेड वर्क फोर्स हर स्तर पर तैयार करनी होगा.
8 लोकतांत्रिक व्यवस्था के अंदर जनता-जनार्दन को सर्वोपरि मानते हुए, समाज में द्रोह करने वालों के साथ सख्त नीति और समाज के साथ नरम नीति, इस मूल मंत्र को लेकर हमें ऐसी ही व्यवस्था विकसित करनी होगी.
9 यूनिफॉर्म पहनने के बाद ये सोचना कि दुनिया आपकी मुट्ठी में है. ऐसा बिल्कुल गलत है. यूनिफॉर्म की इज्जत तब बढ़ती है, जब उसके भीतर मानवता होती है. यूनिफॉर्म की इज्जत तब बढ़ती है, जब उसमें करुणा का भाव होता है.
10 रक्षा क्षेत्र में महिलाओं की संख्या बढ़ी है. सेना में बड़ी संख्या में हमारी बेटियां आगे बढ़ रही हैं. एनसीसी में भी बड़ी संख्या में लड़कियां हिस्सा ले रही हैं. यही वजह है कि सरकार ने सैनिक स्कूलों में भी बेटियों को प्रवेश देने का फैसला किया है