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सड़कों पर दिखे आवारा पशु को देखते ही कर सकते हैं कॉल, टोल फ्री नंबर जारी

दुर्ग: रोका छेका अभियान के तहत जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में मवेशियों का प्रतिदिन अलग-अलग स्थानों व सड़कों पर धरपकड़ चालू है। इन आवारा मवेशियों को पकड़कर गौठानों एवं चारागाह में रखा जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा हेल्पलाईन नंबर जारी किया गया है। जिला प्रशासन ने अपील की है कि सड़कों पर उन्हें मवेशी दिखे तो वे तत्काल टोल फ्री नम्बर 18002330788 पर सूचना दें। साथ ही यदि किसी बीमार या घायल पशु को चिकित्सा की आवश्यकता है तो गोधन के लिए चिकित्सा हेल्पलाईन 0788-2323446 नंबर पर सूचित करें।

सड़कों पर लगातार बढ़ती हुई आवारा मवेशियों की संख्या और उसके नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन एवं नगर निगम का अमला लगातार प्रयासरत है। नगर निगम दुर्ग द्वारा 15 दिन के भीतर 324 आवारा मवेशियों को पकडा गया है। मवेशी पालकों को भी हिदायत दी गई है कि वे मवेशियों को बरसात के दिनों में खुला ना छोड़े। समाजसेवी संस्थाओं से भी अपील की गई है कि वे आवारा मवेशियों के गले में रेडियम पट्टी लगा दें, ताकि रात में वह चमके और दुर्घटना से बचाव हो सके।पशुपालकों की गैर जिम्मेदारी का नतीजा नागरिकों को सहन करना पड़ रहा है।

पशुपालक गायों को खुला छोड़ देते है, जिसके कारण गाय सड़कों, बाजारों और कॉलोनियों में घुमते-फिरते नजर आते हैं। सड़कों पर बैठे आवारा पशुओं से वाहन चालकों को दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। कभी-कभी सड़कों पर पशु आपस में लड़ते नजर आते हैं, जिसके कारण मार्ग पर चलने वाले लोगों को डर लगा रहता है कि कोई अनहोनी न हो जाए।

जगह-जगह हाईवे एवं अन्य मार्गाे की सड़कों पर गाय बैठे होने के कारण वाहन के चपेट में आकर घायल होने की संभावना बनी रहती है।नगर निगम आयुक्त दुर्ग ने पशु पालकों से अपील करते हुए कहा है, कि सघन बस्ती के बीच संचालित खटालो में बांधकर रखें। पशुपालक अपने मवेशियों को सड़कों पर ना छोड़े ऐसा पाए जाने पर निगम द्वारा अर्थदंड किया जाएगा।