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सरकार ने रविवार को बुलाई सर्वदलीय बैठक,18 जुलाई से शुरू होगा संसद का मानसून सत्र
नई दिल्ली। देश में मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर इस साल भी मानसून सत्र में हंगामा होने के आसार हैं। पिछले साल इसी वक्त किसानों का मसला गरम था और सत्र में विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तलवारें खिंची हुई थीं।
18 जुलाई से शुरू होने वाले इस मानसून सत्र से पहले सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस सर्वदलीय बैठक में शामिल हो सकते हैं। सरकार की तरफ से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद के मानसून सत्र के शुरू होने से एक दिन पहले रविवार, 17 जुलाई को सभी दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक के लिए संसद के दोनों सदनों (लोक सभा और राज्य सभा) में सभी राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को आमंत्रित किया गया है।
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हो सकते हैं। पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी के साथ ही सरकार के कई अन्य मंत्री भी इस सर्वदलीय बैठक में शामिल हो सकते हैं। सरकार इस सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों के साथ संसद के एजेंडे पर सहमति बनाने की कोशिश करेगी ताकि संसद के दोनों सदनों का कामकाज सुचारू रूप से चल सके।
12 अगस्त तक चलेगा सत्र
संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई से शुरू होने जा रहा है, और यह 12 अगस्त तक चलेगा। संसद का यह सत्र कई मायनों में काफी अहम होने जा रहा है क्योंकि इसी सत्र के दौरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव भी होना है। सत्र के पहले ही दिन, 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है, जिसके नतीजों की घोषणा 21 जुलाई को की जाएगी। देश के अगले उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए भी नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उपराष्ट्रपति राज्य सभा के पदेन सभापति भी होते हैं। इस पद के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 19 जुलाई है और अगर एक से ज्यादा उम्मीदवार चुनावी मैदान में रहे तो उपराष्ट्रपति पद के लिए 6 अगस्त को चुनाव होगा। राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला है तो वहीं उपराष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष, दोनों ने फिलहाल अपने पत्ते नहीं खोले हैं लेकिन इन दोनों चुनावों और इनके नतीजों का असर भी संसद सत्र पर पड़ना तय माना जा रहा है।