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48 घंटों की मूसलाधार बारिश से श्रीगंगानगर में बिगड़े हालात, सेना ने संभाला मोर्चा


राजस्थान में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश का दौर जारी है. प्रदेश के सरहदी जिले श्रीगंगानगर (Sri Ganganagar) में पिछले 48 घंटों में स्कूल-बाजार बंद, घरों में कैद लोग, सड़कों पर सेना के लोग और हर तरफ पानी ही पानी, कुछ ऐसा ही नजारा लगातार हुई मूसलाधारा बारिश के बाद देखने को मिला. जिले में मानसून की बारिश ने एक दिन में ही कोटा पूरा कर दिया. जिले में इतने बादल बरसे (Ganganagar Heavy Rainfall) की हालात बेकाबू हो गए पानी की निकासी के लिए सेना तक की मदद मांगनी पड़ी. गंगानगर में पिछले 48 घंटों से हो रही बारिश के बाद पूरी तरह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बारिश से पूरे शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई. इधर मौसम विभाग ने अगले दो तीन दिन तक अभी बारिश (Rajasthan Monsoon) की संभावना जताई है. मालूम हो कि गुरुवार को श्रीगंगानगर जिले में बारिश ने 94 साल का रिकॉर्ड तोड़ा जहां 260 एमएम बरसात दर्ज की गई जो इस पूरे सीजन में होने वाली बरसात से भी ज्यादा है. इससे पहले 1928 में इतनी ज्यादा बारिश हुई थी. बता दें कि राजस्थान में अब तक सामान्य से 52 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है जहां बीकानेर, गंगानगर और जैसलमेर जैसे जिलों में सामान्य से करीब 2 गुना ज्यादा बादल बरस चुके हैं. जयपुर मौसम केन्द्र और जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार पिछले 48 घंटे में गंगानगर में 277MM तक बारिश दर्ज की गई.


बारिश का जायजा लेने निकली कलेक्टर पानी में फंसी वहीं श्रीगंगानगर में बारिश के बाद हुए नुकसान और हालातों का जायजा लेने के लिए बोलेरो गाड़ी से निकलीं जिला कलेक्टर रुक्मिणी रियार को भी जलभराव का सामना करना पड़ा. जानकारी के मुताबिक शहर के अलग-अलग हिस्सों में कच्ची बस्तियों में लोगों के फंसे होने की सूचना मिलने पर कलेक्टर मल्टी पर्पज स्कूल के पास बने एक अंडर ब्रिज से गुजर रही थी इसी दौरान जब गाड़ी अंडर ब्रिज के नजदीक जाने पर गाड़ी पानी में फंस गई. स्थानीय लोग गाड़ी का फंसा देख मदद के लिए दौड़े और गाड़ी को बाहर निकालने में मदद की. गाड़ी वहां करीब चार फीट तक पानी में फंस गई थी. आसपास के लोगों ने पानी में उतरकर गाड़ी को धक्का लगाया और पानी से निकाली. बेकाबू हालातों में सेना ने संभाला मोर्चा श्रीगंगानगर में बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालातों से निपटने के लिए सेना और प्रशासन की टीमों ने लोगों को राहत पहुंचाने का काम शुरू किया और कई इलाकों से पानी निकालकर बचाव अभियान चलाया. बीएसएफ और सैन्य अधिकारियों ने लगभग 100 बड़े पंपों की मदद से शहर के निचले इलाकों में भरे पानी को निकाला. इसके अलावा शहर के कई हिस्सों में सुबह से करीब 4 से 6 घंटे तक बिजली कटौती भी रही. बता दें कि राजस्थान में भारी बारिश के दौर ने कई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ना शुरू कर दिया है जहां ओडिशा पर बने कम दबाव के क्षेत्र के साथ जैसलमेर और कोटा से गुजर रही मानसनू की ट्रफ लाइन के चलते प्रदेशभर में मानसून झमाझम बरस रहा है. बारिश का दौर रहेगा जारी गौरतलब है कि मौसम केंद्र जयपुर से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्वी राजस्थान के ज्यादातर जिलों में रविवार को बारिश का दौर जारी रहेगा जिसमें दौसा,अलवर, भरतपुर, धौलपुर और करौली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. वहीं उत्तर पूर्वी क्षेत्र झुंझुनू में भी अच्छी बारिश होने की संभावना है जहां टोंक और जयपुर में रविवार को बारिश हो सकती है. इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान के हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिलों में भी सुबह से बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है.