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बृजमोहन अग्रवाल ने कड़े शब्दों में कांग्रेस पर हमला बोला है ,किसानों की सबसे बड़ी शोषक पार्टी कांग्रेस पार्टी. मोहन मरकाम- कांग्रेस ना होती तो अंग्रेजों के तलवे चाट रहे होते।

इन दिनो विधानसभा में बजट सत्र चल रहा है। आज इसका सातवा दिन है ।जिसमें विपक्ष ने सरकार को जम कर घेरा है विधानसभा में मंत्री रविंद्र चौबे के विभागों के बजट अनुदान मांगों पर चर्चा शुरू हुई। इस दौरना पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। बृजमोहन अग्रवाल ने तो सरकार की न्याय योजना को अन्याय तक करार दिया है। पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने अपने दिवंगत नेताओं तक का सम्मान नहीं किया। राजीव गांधी के नाम से शुरू हुई न्याय योजना अन्याय योजना साबित हुई है।


उन्होंने कहा कि कांग्रेस नहीं होती तो देश कब का आज़ाद हो चुका होता। कांग्रेस है तो कश्मीर का हिस्सा पीओके होकर पाकिस्तान में गया, कांग्रेस है तो भारत के टुकड़े हुए है, कांग्रेस है तो भगत सिंह को फांसी हुई, चंद्रशेखर आज़ाद शहीद हुए, कांग्रेस है तो भ्रष्टाचार है। कांग्रेस है तो देश के करोड़ों राम भक्तों के लिए राम मंदिर बना है। कांग्रेस है तो लखीमपुर में मृत किसानों को पचास लाख मिलेगा लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों को चार लाख मिलेगा।


इससे पहले बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि 2500 रुपये देकर क्या सरकार ने किसानों को खरीद लिया है? किसानों की क्या हालत हो गई है। किसानों के हिस्से को कौन खा रहा है? कौन डकैती कर रहा है? नवा रायपुर का किसान आंदोलन इसी का उदाहरण है। किसानों की सबसे बड़ी शोषक पार्टी कांग्रेस है। किसानों की बिजली, उनकी सड़क, उनके स्कूलों को काट कर अगर आप 2500 रुपए दे रहे है तो सरकार एहसान नहीं कर रही है।

 

उन्होंने ये भी कहा कि जब हमारी सरकार थी तो हमने 4 लाख 75 हज़ार विद्युत पंप के कनेक्शन हमने दिए पर अभी 90 हज़ार कनेक्शन देने है लेकिन सिर्फ़ 100 करोड़ के बजट में ये सम्भव नहीं। मछली उत्पादन में हमारी सरकार के समय देश मे तीसरे नम्बर पर छत्तीसगढ़ था आज 6 वें नंबर पर है। सरकार सिर्फ़ बड़ी-बड़ी डींगे हांक रही है। 2500 रुपये देकर अगर धान का उत्पादन बढ़ा दिया लेकिन अगर उसकी जगह किसान दलहन की फसलें लेता नकदी फसलें लेता तो उसका मुनाफ़ा बढ़ता, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। धान खरीदी का टारगेट पूरा नहीं हुआ इसलिए सरकार को अपनी गलती माननी चाहिए। 0% ब्याज पर लोन देने वाली सरकार थी तो वो सिर्फ़ भाजपा सरकार थी पर आपने ऐसा क्यों नहीं किया ?

इस दौरान मोहन मरकाम ने कहा कि रमन सरकार के 15 सालों की सरकार में किसानों के हाथ कटोरा पकड़ा दिया गया। 15 हज़ार से ज़्यादा किसानों ने आत्महत्या की. इसी दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ना होती तो ये अंग्रेजों के तलवे चाट रहे होते। बीजेपी के नेता जो कांग्रेस पर सवाल उठा रहे हैं ये कांग्रेस के बनाए स्कूलों में पढ़े हैं. कांग्रेस ने नारा दिया था वक़्त है बदलाव का। आज राज्य में सुखद बदलाव हो रहा है। जो काम मोदी के आठ और रमन सिंह के 15 साल के कार्यकाल में नहीं हुआ वह इन तीन सालों में हुआ है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान आज खुशहाल है। कृषि क्षेत्र में 114 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पिछले सालों में क़रीब 17 लाख किसानों का क़रीब आठ हज़ार करोड़ रुपए का कृषि ऋण माफ़ किया गया है। 15 सालों में रमन सरकार ने किसानों का एक रुपए भी माफ़ नहीं किया।