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हथेली की यह रेखा बताती है जीवन में कितना मिलेगा सुख-दुख, जानें इसका महत्व
हथेली पर मौजूद रेखाएं हमारे भविष्य और भाग्य का सूचक होती हैं. इन रेखाओं के माध्यम से व्यक्ति के जीवन का खाका तैयार किया जा सकता है. हथेली पर मौजूद प्रत्येक रेखा का विश्लेषण हस्तरेखा शास्त्र में मिलता है, जिसमें कुछ रेखाएं शुभ तो कुछ अशुभ का संकेत देती हैं. इन रेखाओं से व्यक्ति की आयु, स्वभाव और भविष्य के बारे में पता लगा सकते हैं. पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि व्यक्ति के जीवन में कितना सुख और दुख है, यह भी हाथ की रेखाओं में छुपा होता है तो चलिए जानते हैं उस रेखा के बारे में, जो जीवन में मिलने वाले सुख व दुख को दर्शाती है.
जीवन में कितना दुख और सुख हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, हथेली पर प्रमुख रूप से चार रेखाएं होती हैं- जीवन रेखा, ह्रदय रेखा, मस्तिष्क रेखा और भाग्य रेखा. इनमें भाग्य रेखा का बड़ा महत्व है क्योंकि यह रेखा जीवन में आने वाले सुख व दुख के बारे में बताती है. अगर भाग्य रेखा हथेली के मध्य में स्थित है और साफ व गहरी है तो ऐसे व्यक्ति का भाग्य साथ देता है. ऐसे व्यक्ति सुखमय जीवन जीते हैं. अगर भाग्य रेखा टूटी, कटी या फिर आड़ी टेढ़ी हो तो ऐसे व्यक्ति का जीवन काफी कष्टमय होता है. इन व्यक्तियों को सुख से अधिक दुख भोगना पड़ता है
भाग्य रेखा पर तिल का संकेत भाग्य रेखा पर तिल होना शुभ संकेत नहीं है. ऐसे व्यक्ति के भाग्य में तिल रुकावट पैदा करता है, जिससे व्यक्ति को जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ता है. अगर किसी की हथेली पर दो भाग्य रेखाएं हों और वो एक दूसरे को काटती न हों तो यह स्थिति शुभ होती है. भाग्य रेखा पर त्रिशूल, मछली, कमल का निशान होना भी शुभ होता है. यह व्यक्ति की सफलता व तरक्की के सूचक होते हैं. भाग्य रेखा कलाई से शुरू होकर उंगलियों की जड़ को टच करती हो तो ऐसे व्यक्ति जन्म से ही भाग्यशाली होते हैं और इनका जीवन काफी सुखमय होता है. ऐसे व्यक्ति को हर राह पर सफलता प्राप्त होती है.