फिर से अध्यक्ष पद के लिए उठने लगा राहुल गांधी का नाम,गहलोत ने कहा कांग्रेस को एकजुट रखने के लिए गांधी परिवार का मुखिया होना जरूरी
उत्तर प्रदेश समेत देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस गांधी परिवार के उपर सवाल उठने लगा है जिसके बाद सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की खबरें भी मीडिया में चल रही हैं. हार की आलोचनाओं के बीच राजस्थान के सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत गांधी परिवार के समर्थन में उतर आए. उन्होंने कहा कि मीडिया में चल रही खबरों पर मैं क्या कहूं. लेकिन इतना जरूर है कि कांग्रेस को सोनिया और गांधी परिवार की जरूरत है.
अशोक गहलोत ने एक बार फिर राहुल गांधी को अध्यक्ष बनने की वकालत करते हुए कहा कि उनको पार्टी की कमान संभाल लेनी चाहिए. मोदी का मुकाबला पूरे विपक्ष में सिर्फ राहुल गांधी ही कर सकते हैं. गहलोत ने कहा कि कांग्रेस को एकजुट रखने के लिए गांधी परिवार का मुखिया होना जरूरी है. साथ ही खुद अध्यक्ष बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं जो कर रहा हूं, वही ठीक है.
पंजाब को छोड़कर बाकी चार राज्यों यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत पर अशोक गहलोत ने कहा कि ये लोग ध्रुवीकरण करके चुनाव जीत रहे हैं. लेकिन कांग्रेस हमेशा गांधी के रास्ते पर चली है. हम जाति, धर्म के नाम पर चुनाव नहीं लड़ते. उन्होंने कहा कि यह तय है कि गांधी जी के रास्ते पर चलकर आखिर में सत्य जीतेगा. कांग्रेस की हार पर उन्होंने कहा कि चुनावी हार-जीत ही सब कुछ नहीं होता. कांग्रेस अभी भी मजबूत है और आने वाले समय में जनता का समर्थन से और ताकतवर होगी.
वहीं अशोक गहलोत ने खबरों को लेकर मीडिया के उपर भी पक्षपात का आरोप लगा दिया. गहलोत ने कहा कि मीडिया पीएम मोदी और अमित शाह के दबाव में काम कर रही है. वहीं आम आदमी पार्टी के पंजाब में जबरदस्त प्रदर्शन के सवाल पर उन्होंने कहा कि आप से कांग्रेस को कोई खतरा नहीं है. मीडिया उनको बढ़ा-चढ़कर कवरेज दे रहा है.