आबकारी विभाग ने 400 लीटर महुआ शराब के साथ 2600 किलो महुआ लाहान किया जब्त
मां ने थाने पर बेटे के अत्याचार के खिलाफ लगाई गुहार,एक सप्ताह के भीतर न्याय नहीं मिला तो आत्मदाह करने की कही बात
कोटा। बिलासपुर जिले में कपूत बेटे की करतूत से तंग आकर एक 70 वर्षीय महिला ने आत्मदाह का फैसला किया है। दरअसल वृद्धा को उसके बेटे और बहू ने घर से निकाल दिया है। इस पर वृद्धा को पेट भरने के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। इसके बाद वह इसकी शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची। मामला कोटा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत करगीखुर्द का है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत करगीखुर्द के कोरीपारा में निवास करने वाली निर्मला बाई पाण्डेय को उसके बेटे मोहन पाण्डेय और बहू ने घर से बाहर निकाल दिया है। साथ ही खेती व रहने के लिए मकान से भी वंचित कर दिया।
इस वजह से वृद्धा को दर-दर भटकना पड़ रहा है। आलम यह है कि बुजुर्ग महिला को पेट भरने भोजन के लिए रिश्तेदारों का सहारा लेना पड़ रहा है। महिला से चर्चा के दौरान उन्होंने बताया कि मैंने 20 जनवरी 2021 को पुलिस अधीक्षक बिलासपुर से मुझसे मारपीट कर घर से बाहर निकालने की शिकायत की थी। इसके बाद 12 नवंबर 2021 को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कोटा से भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस पर पुलिस वालों ने मोहन पाण्डेय व बहु को समझाइश दी।
पुलिस के जाने के बाद फिर बेटा-बहू ने मिलकर गाली गलौज कर मारपीट शुरू कर घर से बाहर कर दिया। आज आलम यह है कि मुझे पेट भरने रिश्तेदारों से गुहार लगाना पड़ रहा है। गौरतलब है कि वृद्धा ने फिर से अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष गुहार लगाई है कि एक सप्ताह के भीतर अगर मेरी समस्या का निराकरण नहीं किया गया तो मजबूरी वस अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय के सामने ही आत्मदाह कर लूंगी।