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आज से प्रारंभ होगा बजट सत्र, देखे पूरी खबर संसद में आज क्या क्या...

आज से शुरू होने जा रहा है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. वित्त मंत्री एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23  का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. कोविड महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए सत्र के पहले चरण के दौरान लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित होंगी, ताकि कोविड से संबंधित सामाजिक दूरी के नियमों का पालन हो सके. बजट सत्र के पहले दो दिन शून्यकाल एवं प्रश्नकाल नहीं होंगे. बताया जा रहा है कि बजट सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बजट सत्र में कोरोना प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों से जुड़े मुद्दे, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का फैसला किया है.



बजट सत्र 8 अप्रैल को समाप्त होगा, जिसमें सत्र का पहला भाग 11 फरवरी तक चलेगा.

– 12 फरवरी से 13 मार्च तक अवकाश रहेगा. इस दौरान स्थायी समितियां विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के लिए बजटीय आवंटन की जांच करेंगी और रिपोर्ट तैयार करेंगी.

– बजट सत्र के पहले दो दिन 31 जनवरी और 1 फरवरी को संसद के दोनों सदनों में शून्यकाल और प्रश्नकाल नहीं होगा.

– लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा बुधवार से शुरू होगी. ऐसी संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात फरवरी को चर्चा का जवाब देंगे. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिये चार दिन रखे गए हैं, जो दो फरवरी से शुरू होगी.

– राष्ट्रपति का अभिभाषण 31 जनवरी को दोपहर 11 बजे होगा. लोकसभा की बैठक एक फरवरी को सुबह 11 बजे से होगी और उस दिन आम बजट पेश किया जाएगा.

– धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सरकार ने अस्थायी रूप से चार दिन निर्धारित किए हैं, जोकि 2, 3, 4 और 7 फरवरी है.

– बजट सत्र के दौरान कुल 29 बैठकें होंगी, जिसमें पहले चरण में 10 बैठक और दूसरे चरण में 19 बैठकें होंगी.

– सचिवालय के अनुसार, कोविड-19 के कारण, लोकसभा 2 फरवरी से 11 फरवरी तक शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी. राज्यसभा की बैठक सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक होगी.

– कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर निचले सदन की बैठक के दौरान दोनों सदनों के कक्षों और दीर्घाओं का इस्तेमाल सदस्यों के बैठने के लिए किया जाएगा.