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वर्ष 2022 - 23 के बजट में आयुष मंत्रालय को 3050 करोड़ का बजट आवंटित , देखें पूरी खबर

वित्त मंत्री निर्मलसीतरमण ने आज वर्ष 2022 - 23 के लिए बजट पेश किया जिसमे आयुष मंत्रालय में शोध को बढ़ावा देने, किफायती आयुष सेवाओं का विस्तार करने, राज्यों के साथ मिलकर आयुष को बढ़ावा देने तथा पूर्वोत्तर क्षेत्रों में आयुष के विशेष विकास पर बल देने के लिए आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) को 3050 करोड़ का बजट आवंटित किया है, जो पिछली बार करीब 2600 करोड़ का था. इस बार पिछले बजट की तुलना में 400 करोड़ की बढ़ोतरी की गई है ताकि आयुर्वेद (Ayurveda) और पारम्परिक चिकित्सा पद्धतियों को नया आयाम मिल सके. केंद्रीय मंत्री ने आयुष मंत्रालय में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए सबसे बड़ा बजट अलॉट किया है. बजट में अनुसंधान को कुल 682 करोड़ की सौगात दी गई है. इसमें केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद को सबसे बड़ा बजट रिसर्च के लिए दिया है.

परिषद को 358.50 करोड़ का बजट अलॉट किया गया है. वहीं केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद को 143.70 करोड़ और केंद्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद को 175.80 करोड़ दिए गए हैं. इस बजट से आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के वैधीकरण के लिये वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किए जाएंगे. इससे नई औषधियों की खोज, उसका सर्वेक्षण, उसके रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा. इसके तहत औषधीय पादप अनुसंधान, चिकित्सा-नृजातीय वानस्पतिक सर्वेक्षण, औषधीय मानकीकरण और अनुसंधान के रिसर्च के पब्लिकेशन को नई दिशा मिलेगी.

आयुष की परियोजनाओं और स्कीमों पर खोला दिला

केंद्रीय वित्त मंत्री ने कोरोना महामारी को मात देने के लिए शुरू की गई आयुष मंत्रालय की स्कीमों और योजनाओं पर दिल खोलकर धनवर्षा की है. इस बार आयुष मंत्रालय की परियोजनाओं और स्कीमों को पंख देते हुए 306 करोड़ का बजट अलॉट किया है. दूसरा सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा फोकस मंत्रालय की लोक कल्याणकारी योजनाओं पर किया गया है ताकि आमजन को आयुर्वेद और पारम्परिक चिकित्सा का भरपूर लाभ मिल सके. पिछली बार इसके लिए 235 करोड़ का बजट दिया गया था.

पूर्वोत्तर क्षेत्रों और राज्यों सरकारों के अनुदान को डबल सेंचुरी

बजट में इस बार पूर्वोत्तर क्षेत्रों और राज्य सरकार को दी जाने वाली सहायता अनुदान धनराशि को करीब दो गुना कर दिया गया है. पिछली बार जहां पूर्वोत्तर क्षेत्र को बजट में 102.47 करोड़ दिए गए थे. वहीं इस बार इसे बढ़ाकर 181.97 कर दिया गया है. इसी तरह राज्य सरकारों को दी जाने वाली सहायता अनुदान धनराशि में बढ़ोतरी करते हुए 610 करोड़ कर दिया गया है जबकि पिछली बार ये धनराशि 422.40 करोड़ थी.

विश्व के पहले ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन को भी मिला बजट

देश में विश्व के पहले डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना की जा रही है. ये विश्व का पारंपरिक चिकित्सा के लिए पहला और एकमात्र डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर होगा. इसका सीधा असर देश में ट्रेडिशनल मेडिसिन सेक्टर के निवेश में देखने को मिलेगा. इससे देश ग्लोबल सेंटर ट्रेडिशनल मेडिसिन से जुड़े ग्लोबल वेलनेस और रिसर्च के तौर पर उभरेगा. केंद्रीय बजट में इसके लिए भी पर्याप्त बजट का प्राविधान किया गया है.

800 करोड़ से अपग्रेड होंगे अस्पताल

बजट में राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत आयुष अस्पतालों और औषधालयों के विस्तार के लिए 800 करोड़ अलॉट किए गए हैं ताकि किफायती आयुष सुविधाएं लोगों तक पहुंचाई जा सकीं. साथ ही अस्पतालों को अपग्रेड कर प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर किया जा सके.