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मुख्यमंत्री साय ने की समाज के युवाओं से नशापान से दूर रहने की अपील

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय आज जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम मुडाटोली में आयोजित अखिल भारतीय कंवर समाज के अंचल स्तरीय वार्षिक सम्मेलन सह मिलन समारोह 2024 में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा ही किसी समाज के विकास का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में विकास के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा सिर्फ नौकरी तक ही सीमित नहीं है, बेहतर जीवनयापन के साथ समाज सेवा, राजनीति, व्यापार के क्षेत्र में जाने के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण साधन है। आज सरकार द्वारा बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के बेहतर प्रबंध किए गए हैं। सभी अभिभावकों का दायित्व है कि वे अपने बच्चों को शिक्षित करें। मुख्यमंत्री श्री साय ने युवाओं में बढ़ते नशा के प्रकोप को रोकने और युवाओं को सही दिशा में ले जाने की अपील की। सम्मेलन में समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का गज माला के साथ स्वागत किया।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपके कंवर समाज और आदिवासी समाज पर भरोसा जताते हुए उन्हें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी है। यह समाज के लोगों के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि समाज का आशीर्वाद उन पर बना रहे। मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि इस तरह के सम्मेलन के माध्यम से समाज कैसे मजबूत हो इस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी सरकार बने दो माह ही हुए हैं। इस दौरान 18 लाख से अधिक लोगों के पीएम आवास की स्वीकृति, दो वर्ष के धान के बकाया बोनस की राशि किसानों के खाते में अंतरित की गई है। उन्होंने इस साल धान की बम्फर खरीदी की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महतारी वंदन योजना से अगले माह से विवाहित महिलाओं के खाते में पैसा आना शुरू हो जाएगा। आप सभी पात्र महिलाएं अपना आवेदन जरूर भरें।

मुख्यमंत्री ने तेंदूपत्ता संग्राहकों को लाभ पहुंचाने के लिए प्रति मानक बोरा में वृद्धि करते हुए 5500 रुपये करने और संग्राहकों को बोनस, चरणपादुका का वितरण, परिवार के बच्चों को छात्रवृत्ति सहित अन्य लाभ देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमिहीन मजदूरों को साल में 10 हजार की सहयोग राशि भी देने की योजना है। छत्तीसगढ़ माता कौशल्या की धरती है। अयोध्या में भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सरकारी खर्चे पर रामलला का दर्शन कराने की बात भी उन्होंने कही। कार्यक्रम में पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय ने कहा कि समाज का यह सम्मेलन साल में एक बार अवश्य किया जाना चाहिए ताकि समाज की नई पीढ़ी को समाज की संस्कृति से जोड़ते हुए समाज को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाया जा सके। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी कौशल्या देवी साय, समाज के अध्यक्ष भरत साय, आर पी साय सहित अशोक साय, सालिक साय, आर एन साय, शिवशंकर साय समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे।