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दो हजार का नोट अचानक बंद क्यों किया, केंद्र की नीतियां साफ नहीं: अशोक गहलोत



जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि देश चाहता है, जो बदलाव की बहार आई है, वो लगातार आगे बढ़ती जाए, जो देश की बर्बादी हो रही है, वो समझने वाले समझ रहे है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कर्नाटक में जनता ने सबक सीखा दिया है। भाजपा की करारी हार हुई है। गहलोत ने केन्द्र सरकार से सवाल करते हुए कहा कि दो हजार का नोट अचानक बंद क्यों किया..., सरकार दो हजार का नोट लाई ही क्यों थी..., सरकार की नीतियां साफ नहीं है।



बैंगलुरू में शुक्रवार को गहलोत ने कहा कि जो स्कीम हम लेकर आए हैं, उसकी घर-घर चर्चा है। हमारी स्कीमें परमानेंट हो गई हैं, मैंने पीएम से राइट टू हेल्थ सिक्योरिटी देने की रिक्वेस्ट की है कि देश के अंदर सोशल सिक्योरिटी हर परिवार को मिलनी चाहिए। अर्जुन मेघवाल को कानून मंत्री बनाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि मेघवाल को कैबिनेट का दर्जा देना चाहिए, राजस्थानवासी खुश होंगे। वसुंधरा राजे और हमारे 15 साल तक टॉकिंग टर्म नहीं रहे, 2003 में हमारी सरकार चली जाने के बाद टॉकिंग टर्म नहीं रहे। उनकी एडवाइजरी ऐसी थी, उन्होंने यह रखने ही नहीं दिए। अब कभी-कभी बात करते हैं, वो भी किसी फंक्शन में मिल जाए तब। मेरा भावार्थ वसुंधराजी के लिए यह नहीं था, आप सुन लीजिए। लेकिन मीडिया तो मीडिया है हैडलाइन बदलते ही भाव बदल जाते हैं।