Breaking News :

रायपुर कलेक्टर का निर्देश: राजस्व शिविर वाले गांव में जाकर प्रमाण पत्र वितरण कराना सुनिश्चित करें

रायपुर। कलेक्टर सौरभ कुमार ने यहां कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रास सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, डायवर्सन तथा अन्य मामलों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। कलेक्टर ने कॉलोनियों के प्रापर्टी टैक्स वसूली, समय-सीमा अंतर्गत निराकृत किए जाने प्रकरणों, स्लम पट्टों पर भूमि स्वामी अधिकार संबंधी आवेदनों का निराकरण, शासकीय भूमि का आबंटन, व्यवस्थापन, नजूल भूमि आबंटन/व्यवस्थापन एवं आबादी पट्टा को फ्री होल्ड करना, निकायों की संपत्ति विक्रय से प्राप्त आय की स्थिति, अवैध निर्माण का नियमितीकरण, आवासीय भूमि पर व्यवसायिक गतिविधियों का नियमितीकरण, व्यावसायिक भूखंडों का विकास एवं भूमि विक्रय आदि के संबंध में अधिकारियों से विस्तारपूर्वक चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए।


उन्होंने कहा कि राजस्व मामले में प्राप्त प्रकरणों का यथाशीघ्र समय-सीमा में निराकरण किया जाए। राजस्व अधिकारी यह ध्यान रखें कि प्रकरणों के निराकरण में दबाव या किसी तरह के प्रलोभनों से प्रभावित न हो। प्रकरण ज्यादा समय तक लंबित न हो। उन्होंने कहा कि प्रकरणों को ऑनलाइन एंट्री करने तथा उससे संबंधित आदेश को भी ऑनलाइन एंट्री करना जरूरी है। बैठक में उन्होंने नगरीय क्षेत्रों में स्लम पट्टों का भूमि स्वामी अधिकार संबंधी आवेदनों को निराकृत करने कहा। डायवर्सन जैसे प्रकरणों में राजस्व वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए।


कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए जा रहे राजस्व शिविर में हितग्रहियों से प्राप्त आवेदनों का त्वरित निराकरण करने कहा। उन्होंने कहा घर-घर जाकर दस्तावेजों का संकलन भी करें। शासकीय योजनाओं का लाभ लेने के लिए बनने वाले सभी प्रकार के प्रमाण पत्र पात्रता अनुसार आमजनों का बनना चाहिए। प्राप्त सभी आवेदनों पर संबंधित तहसीलदार का हस्ताक्षर होना चाहिए। कम से कम 1 सप्ताह के में प्रमाण पत्र बनाने का कार्य पूर्ण हो जाना चाहिए। उन्होंने राजीव गांधी आश्रय योजना की सर्वे की प्रगति जानकारी ली और कहा कि आगामी समय में मुख्यमंत्री द्वारा जिला भ्रमण के पूर्व पट्टा बनाने का काम पूर्ण कर ले। उन्होंने मुख्यमंत्री मितान योजना, मितान कॉल सेंटर एवं टोल फ्री नं 14545 के माध्यम से प्राप्त आवेदनों एवं उसके निराकरण की स्थिती की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया।