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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा पर जमकर बरसे, राजग और भारतीय जनता पार्टी ने देश को बर्बाद कर दिया..
जयपुर, 15 फरवरी (भाषा) राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में बेरोजगारी को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर मंगलवार को निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि राजग और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देश को बर्बाद कर दिया है।
संविधान और लोकतंत्र के खतरे में होने की बात दोहराते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘आज इसे लेकर पूरा देश चिंतित है।’’
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट)-2021 पेपर लीक मामले की केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग को एक तरह से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा युवाओं को नौकरी से वंचित कर राज्य सरकार को झूठा बदनाम करने के लिए यह मांग कर रही है।
गहलोत राज्य विधानसभा में राज्यपाल कलराज मिश्र के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई बहस का जवाब दे रहे थे। मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इस बहस में भाग नहीं लिया। सदन ने मुख्यमंत्री के जवाब के बाद धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
गहलोत ने गुजरात, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार की विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक होने की घटनाओं का जिक्र करते हुए सवाल किया कि देशभर में पेपर क्यों लीक हो रहे हैं? उन्होंने कहा, ‘‘इसकी तह में जाना चाहिए कि पेपर लीक क्यों हो रहे हैं, क्यों गैंग बन जाती है, ये हालात क्यों बन रहे हैं? कुछ कारण होंगे। युवाओं में कुंठा होगी ... देश में जैसा माहौल होता है वैसा व्यवहार जनता करने लगती है। माहौल बनाने का दोषी कौन है, राजग सरकार और भाजपा है ... बर्बाद कर दिया है देश को, पूरा देश चिंतित है।’’
देश में बेरोजगारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘देश में बेरोजगारी विस्फोटक स्थिति में है ... बिहार में ट्रेन जल रही हैं। सालों बाद पहली बार देखा है कि ट्रेन जल रही हैं और अगर समय पर इस पर काबू नहीं किया गया तो पता नहीं युवा किस दिशा में जाएंगे। जब हालात इस तरह के हो देश में तो सरकारें किसी पार्टी की हों उनकी प्राथमिकता होती है उनके युवाओं के मुद्दों को कैसे हल करें।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘देश में ऐसे हालात मैंने कभी देखे ही नहीं.. आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। ऐसा माहौल देश में है। इसकी चिंता पक्ष और विपक्ष दोनों को होनी चाहिए। ये देश किस दिशा में जा रहा है कोई नहीं जानता। देश में अविश्वास, अशांति, हिंसा और तनाव का माहौल है। चिंता पूरे देशवासियों को है।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘उनकी सरकार तीन साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है और फिर भी कहीं भी सत्ता विरोधी लहर देखने को नहीं मिल रही है। इससे बेचैन होकर भाजपा आलाकमान के इशारे पर सरकार को झूठा बदनाम करने के लिए 'गैर मुद्दों को मुद्दा बनाने का प्रयास किया जा रहा है।’’
रीट परीक्षा को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘जिस रूप में इनकी मंशा है कि रीट की जांच सीबीआई से करवाने का कोई मतलब नहीं है। इनका मतलब है कि साल तक जांच पूरी नहीं हो और जो नौकरियां अभी लगने वाली थीं वे साल भर टल जाएं और ये सरकार को बदनाम करें कि आप नौकरी नहीं दे पाएं ये इनका मंशा है। यही इनका षडयंत्र है।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि समयबद्ध कार्यक्रम जल्दी घोषित कर अगले चार छह महीने में नौकरी लगनी शुरू हो... कुल 62,000 नौकरियां दे रहे हैं।' सरकार चाहती है कि नौकरियां लगे हम लोग तीन साल में एक लाख नौकरियां दे चुके है और एक लाख से अधिक नौकरियां प्रक्रियाधीन हैं।’
केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा , ‘‘कोरोना काल में मेघवाल कह रहे थे 'भाभी जी पापड़ खाओ’ कोरोना चला जाएगा, शेखावत जी कह रहे थे बालाजी को नारियल चढ़ाओ। ये पापड़ खिला रहे हैं, नारियल चढ़वा रहे हैं। कभी थाली बजती है कभी ताली बचती है। देश में हो क्या रहा है।’’
कांग्रेस के शासन काल की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के 14,000 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए।
इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मुख्य विपक्षी दल ने रीट मामले को लेकर नारेबाजी जारी रखी और प्रश्नकाल के बाद सदन से बहिर्गमन किया। सदन की कार्यवाही अब 23 फरवरी को होगी जब मुख्यमंत्री गहलोत जिनके पास वित्त विभाग भी है, बजट पेश करेंगे।