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गुरु प्रदोष व्रत में करें ये आसान उपाय, दूर होंगे सभी दुख



आज यानी 1 जून दिन गुरुवार को शिव पूजा को समर्पित प्रदोष व्रत किया जा रहा हैं जो कि हर माह में पड़ता हैं अभी ज्येष्ठ का महीना चल रहा हैं और इस माह पड़ने वाले प्रदोष व्रत को गुरु प्रदोष व्रत के नाम से जाना जा रहा हैं क्योंकि प्रदोष व्रत गुरुवार के दिन पड़ा हैं ऐसे में भक्त इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए उनकी विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं। मान्यता है कि इस दिन शिव पूजा प्रदोष काल में करना अच्छा होता हैं ऐसे में अगर आप आज के दिन शिव आराधना कर रहे हैं तो श्री महाकाल स्तोत्र का पाठ भक्ति भाव से जरूर करें। ऐसा करने से शिव प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के सभी दुख दर्द दूर कर देते हैं।


श्री महाकाल स्तोत्र— ॐ महाकाल महाकाय महाकाल जगत्पते । महाकाल महायोगिन् महाकाल नमोस्तुते ॥ १॥ महाकाल महादेव महाकाल महाप्रभो । महाकाल महारुद्र महाकाल नमोस्तुते ॥ २॥ महाकाल महाज्ञान महाकाल तमोऽपहन् । महाकाल महाकाल महाकाल नमोस्तुते ॥ ३॥ भवाय च नमस्तुभ्यं शर्वाय च नमो नमः । रुद्राय च नमस्तुभ्यं पशूनां पतये नमः ॥ ४॥ उग्राय च नमस्तुभ्यं महादेवाय वै नमः । भीमाय च नमस्तुभ्यं ईशानाय नमो नमः ॥ ५॥ ईश्वराय नमस्तुभ्यं तत्पुरुषाय वै नमः ॥ ६॥


सद्योजात नमस्तुभ्यं शुक्लवर्ण नमो नमः । अधः कालाग्निरुद्राय रुद्ररूपाय वै नमः ॥ ७॥ स्थित्युत्पत्तिलयानां च हेतुरूपाय वै नमः । परमेश्वररूपस्त्वं नील एवं नमोस्तुते ॥ ८॥ पवनाय नमस्तुभ्यं हुताशन नमोस्तुते । सोमरूप नमस्तुभ्यं सूर्यरूप नमोस्तुते ॥ ९॥ यजमान नमस्तुभ्यं आकाशाय नमो नमः । सर्वरूप नमस्तुभ्यं विश्वरूप नमोस्तुते ॥ १०॥ ब्रह्मरूप नमस्तुभ्यं विष्णुरूप नमोस्तुते । रुद्ररूप नमस्तुभ्यं महाकाल नमोस्तुते ॥ ११॥ स्थावराय नमस्तुभ्यं जङ्गमाय नमो नमः ।


नमः स्थावरजङ्गमाभ्यां शाश्वताय नमो नमः ॥ १२॥ हुं हुङ्कार नमस्तुभ्यं निष्कलाय नमो नमः । अनाद्यन्त महाकाल निर्गुणाय नमो नमः ॥ १३॥ प्रसीद मे नमो नित्यं मेघवर्ण नमोस्तुते । प्रसीद मे महेशान दिग्वासाय नमो नमः ॥ १४॥ ॐ ह्रीं मायास्वरूपाय सच्चिदानन्दतेजसे । स्वाहा सम्पूर्णमन्त्राय सोऽहं हंसाय ते नमः ॥ १५॥ फलश्रुति इत्येवं देव देवस्य मह्कालासय भैरवी कीर्तितम पूजनं सम्यक सधाकानाम सुखावहम ॥ श्री महाकाल स्तोत्र अथवा श्री महाकालभैरव स्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥