आबकारी विभाग ने 400 लीटर महुआ शराब के साथ 2600 किलो महुआ लाहान किया जब्त
पाकिस्तान से भारत आई इस बीमारी से हुई तबाही, 30 हजार गाय-भैंस की मौत, 50 हजार संक्रमित
जयपुर: राजस्थान में गोवंश पशुओं में ढेलेदार त्वचा रोग (Lumpy Skin Disease) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, जालौर, बाड़मेर, सिरोही, जोधपुर, नागौर सहित कुल 11 जिलों में यह बीमारी फैल चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 50 हजार से अधिक पशु संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। वहीं 3 हजार पशुओं की जान तक जा चुकी है। इसी बीच पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने एक जिला स्तरीय बैठक की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह बीमारी राज्य के 11 जिलों में पैर पसार चुकी है। 50 हजार से अधिक पशु संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इस बीमारी से तीन हजार से अधिक गाय-भैसों की जान जा चुकी है। हालांकि, ये आंकड़े पूरी तरह सही नहीं माने जा रहे हैं। वहीं, सरकार के एक प्रवक्ता ने जानकारी दी है कि पशुओं में इस रोग के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कटारिया ने तीन अगस्त को सभी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक की है, जिसमे बीमारी को रोकने पर मंथन किया गया है।
प्रवक्ता के मुताबिक, पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, जालौर, बाड़मेर, सिरोही, जोधपुर, नागौर तथा बीकानेर जिलों में गौवंशीय पशुओं में फैल रही इस बीमारी को लेकर राज्य सरकार अलर्ट है। इससे पहले, सोमवार को राज्य के पशुपालन मंत्री कटारिया ने जोधपुर जिले के फलौदी और आस-पास के क्षेत्रों में पंहुच कर स्थिति का जायजा लिया था। कटारिया ने कहा था कि प्रभावित हर जिले को आवश्यक दवाएं खरीदने के लिए पहले ही एक-एक लाख रुपये और पॉली क्लीनिक को 50-50 हजार रुपये जारी कर दिए गए हैं। इसके अलावा जिलों को कुछ अतिरिक्त राशि दी जाएगी। बताया जा रहा है कि, यह बीमारी सरहद पार पाकिस्तान से भारत पहुंची है। हर साल पाकिस्तान से टिड्डियों का दल भारत आता था, लेकिन इस साल ये वायरस आया है।