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Breaking- रायपुर में चली गोली, युवक की उंगली कट कर गिरी....

रायपुर में देर रात मशहूर वेब सीरीज मिर्जापुर जैसा कांड हो गया। एक्टर पंकज त्रिपाठी ने मिर्जापुर वेब सीरीज में लीड रोल निभाया था । इस वेब सीरीज का एक सीन है जिसमें कट्टा फायरिंग करते वक्त हाथ में फट जाता है, उंगलियां टूट कर सड़क पर गिर जाती हैं ठीक वैसा ही कांड रायपुर में हुआ है।



वेब सीरीज के उस सीन की तरह राजेंद्र नगर इलाके में देर रात एक युवक के हाथ में देसी कट्टा फट पड़ा। उसकी उंगली भी कट कर गिर पड़ी। भिलाई की नंबर प्लेट वाली टाटा इंडिका कार में बैठे-बैठे युवक के हाथ से गोली चल गई आसपास के लोगों ने गोली की आवाज सुनी तो फौरन पुलिस को खबर दे दी। इतने में अपनी कार तेजी से भाग गए थे।



राजेंद्र नगर इलाके में बसन्त विहार कॉलोनी के पास गोली कांड की खबर पाकर पुलिस महकमे के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। सड़क पर खून बिखरा हुआ था। चश्मदीद लोगों ने बताया कि एक कार रुकी थी जिसमें से गोली की आवाज आई। एक युवक नीचे उतरा फिर गाड़ी आगे बढ़ गई।


काफी देर तक पुलिस विभाग के कर्मचारी यह पता लगाने की कोशिश करते रहे कि आखिर गोली किसने चलाई और किसे लगी । करीब 1 से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद खबर आई कि एक घायल युवक को लेकर उसके साथ अंबेडकर अस्पताल पहुंचे हैं। फौरन पुलिस भी मौके पर पहुंची और इस गोलीकांड के पीछे का राज खुला।



अंबेडकर अस्पताल में इलाज करवा रहे घायल भूपेंद्र नाम के युवक ने बताया कि वह पूरेना इलाके का रहने वाला है। उसके कुछ दोस्त साथ आए हुए थे। देर रात इन लोगों ने साथ में शराब पी। उसके बाद कार से घूमने निकले। गाड़ी भूपेंद्र चला रहा था, इनकी तेज रफ्तार गाड़ी ने रास्ते में एक युवक को टक्कर भी मार दी। कार में बैठे भूपेंद्र के साथियों ने इसे लेकर बहसबाजी शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि भूपेंद्र की कमर में कट्टा फंसा हुआ था। दोस्तों से हो रही बहस के बीच भूपेंद्र ने कट्टा निकालने की कोशिश की और इतने में गोली चल गई। कट्टा भी फट गया जिससे भूपेंद्र की उंगली गाड़ी में गिर गई और भूपेंद्र को गोली भी लगी। भूपेंद्र के के खिलाफ आनंद थाने में मुकदमे दर्ज हैं यह पुराना बदमाश है।



भूपेंद्र के घायल होने के बाद उसके साथ गाड़ी में मौजूद दोस्त पवन और बृजेश में से पवन ने गाड़ी ड्राइव की और तेलीबांधा की ओर गए। आस-पास के अस्पताल में भूपेंद्र का इलाज करवाना चाहा। हाईवे पर मौजूद एक निजी अस्पताल ने इलाज करने से इंकार कर दिया। इसके बाद तेलीबांधा अंदर ब्रिज के पास ही इन्होंने कार को लावारिस हालत में छोड़ दिया। और वहां से अंबेडकर अस्पताल पहुंचे। अंबेडकर अस्पताल से पुलिस की दूसरी टीम को खबर मिली । अब फिलहाल भूपेंद्र का इलाज चल रहा है, और उसके साथियों से पुलिस इस पूरे कांड के पीछे का सच जानने की कोशिश कर रही है।