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मवेशियों की अनिवार्य रूप से करें टैगिंग, पशु स्वामी की जानकारी हो दर्ज - कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा

रायगढ़। कलेक्टर सिन्हा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आवारा पशुओं के कारण हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार भी बैठक में शामिल हुए। कलेक्टर सिन्हा के कहा कि पालतू मवेशियों की टैगिंग अनिवार्य रूप से कराने तथा पशु-स्वामी का विवरण टैग में अवश्य दर्ज करने के निर्देश दिये। जिससे पालतू मवेशी के आवारा पाये जाने पर पशु-स्वामी की पहचान आसानी से करते हुए समझाईश एवं वैधानिक कार्यवाही किया जा सके। कलेक्टर सिन्हा ने सभी सड़कों विशेष रूप से राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्य राजमार्गों पर आवारा पशुओं के कारण हो रही दुघर्टनाओं को रोकने हेतु प्रभावी ढंग से कार्य करने हेतु प्रशासन और पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। सीईओ जिला पंचायत जितेन्दर यादव, अपर कलेक्टर राजीव पांडेय, सहायक कलेक्टर युवराज मरमट, आयुक्त नगर निगम सुनील चंद्रवंशी बैठक में उपस्थित रहे।

कलेक्टर सिन्हा ने पालतू पशुओं को आवारा छोडऩे वालों पर कार्यवाही करने और अर्थदंड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसकी नियमित मॉनिटरिंग करने के लिए कहा। नगर निगम आयुक्त को शहरी क्षेत्र में विशेष रूप से इस दिशा में कार्यवाही करने के लिए कहा। इसी तरह सड़कों पर आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने हेतु आवारा पशुओं के गले में रेडियम बेल्ट अभियान चलाकर बांधने हेतु आयुक्त नगर पालिक निगम रायगढ़, उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एवं सर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया गया। कलेक्टर सिन्हा ने पशुओं के गले में रेडियम लगाने के बारे में जानकारी ली और अगले 15 दिन में शत-प्रतिशत आवारा पशुओं के गले में रेडियम लगाने का काम करने के निर्देश उप संचालक पशु को दिए। कलेक्टर सिन्हा ने पुलिस विभाग से आवश्यक समन्वय करते हुए उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को राष्ट्रीय राजमार्ग एवं राज्य राजमार्गों में आवारा पशुओं के कारण दुर्घटना की आशंका वाले स्थलों की पहचान करने के लिए कहा। उन्होंने इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही हेतु अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय को निर्देशित किया गया।

इसके अतिरिक्त ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में पशु पालकों के व्यवहार परिवर्तन के संबंध में कार्यशाला इत्यादि के माध्यम से पशु पालकों को आवारा पशुओं से होने वाले नुकसान जैसे फसल क्षति, सड़क दुर्घटना एवं पशुओं को दुर्घटना से होने वाली क्षति की जानकारी देते हुए पालतू जानवरों को आवारा नहीं छोडऩे के संबंध में व्यवहार परिवर्तन लाने हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के लिए निर्देशित किया। इसके अतिरिक्त सड़कों पर आवारा पशुओं से होने वाली दुुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवारा पशुओं को गौशाला व कांजी हाउस भेजने की कार्यवाही प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए।

सभी गौशालाओं एवं कांजी हाउस के निरीक्षण हेतु नायब तहसीलदार, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं नगरीय निकाय के कर्मचारियों को शामिल करते हुए जांच दल गठन हेतु उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं को निर्देशित किया गया। साथ ही आवारा पशुओं के संबंध में जानकारी प्राप्त करने हेतु व्हाटसअप नंबर जारी करने एवं सूचना प्राप्त होने पर त्वरित कार्यवाही हेतु कार्यालय आयुक्त नगर पालिक निगम रायगढ़ को निर्देशित किया गया।

कलेक्टर श्री सिन्हा के निर्देश के पश्चात पशुपालन विभाग ने आवारा पशुओं को चिन्हांकित कर उनके गले में टैगिंग के साथ रेडियम नेक बैंड लगाने का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही इन पशुओं की वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री सिन्हा ने जिले में सभी पशुओं की टैगिंग पूरा करने के साथ आवारा पशुओं के गले में रेडियम नेक बैंड लगाने के निर्देश दिए हुए हैं।