इस साल बसंत पंचमी 5 फरवरी, शनिवार के दिन मनाई जाएगी. इसे श्रीपंचमी और बागेश्वरी जयंती के रूप में भी मानाया जाता है. बसंत पंचमी के दिन ज्ञान, संगीत, शिक्षा और बुद्धि की प्राप्ति के मां सरस्वती की पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस साल बसंत पंचमी पर 3 विशेष संयोग बन रहे हैं. ऐसे में जानते हैं इस बार बसंत पंचमी के दिन बनने वाले विशेष संयोग के बारे में.
बसंत पंचमी पर बन रहे हैं 3 विशेष संयोग ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक इस बार बसंत पंचमी पर 3 विशेष संयोग बन रहे हैं. दरअसल बसंत पंचमी के दिन सिद्ध, साध्य और रवि योग के त्रिवेणी योग का निर्माण हो रहा है. ये योग छात्रों के लिए भी अच्छा माना जा रहा है. ऐसे इन योग में पूजा-पाठ करने से विशेष लाभ भी मिलेगा. ज्योतीषियों के मुताबिक त्रिवेणी योग विद्यारंभ के लिए बेहद शुभ होता है. इस योग में विद्यारंभ संस्कार कराने से मां सरस्वती का आशीर्वाद मिलता है.
बसंत पंचमी के दिन बनेगा बुधादित्य योग ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक बसंत पंचमी के दिन सूर्य, बुध मकर राशि में एक साथ मौजूद रहेंगे. सूर्य और बुध के इस योग से बुधादित्य योग का निर्माण होगा. दरअसल बुध को बुद्धि का कारक ग्रह होता है. ऐसे में इस योग में ज्ञान और बुद्धि की देवी सरस्वती की पूजा करना शुभ और फलदायी साबित होगा. इसके अलावा सभी 9 ग्रह चार राशियों में रहेंगे. इस कारण केदार योग का संयोग बनेगा. ऐसे में इन योगों के कारण इस बार की बसंत पंचमी खास है. बसंत पंचमी शुभ मुहूर्त बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती पूजा के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत सुबह 3 बजकर 47 मिनट से शुरू होगी. वहीं शुभ मुहूर्त का समापन 6 फरवरी, रविवार सुबह 3 बजकर 46 मिनट पर होगा. बता दें कि सरस्वती पूजन के लिए सूर्योदय से पूर्वाह्न के बीच का समय शुभ होता है.